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क्या जानवर समय को इंसानों से अलग महसूस करते हैं? जानिए विज्ञान क्या कहता है!

क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप सिर्फ एक घंटे के लिए बाहर जाते हैं और वापस आते हैं, तो आपका कुत्ता आपको देखकर इतना ज्यादा खुश क्यों हो जाता है? ऐसा लगता है जैसे उसने आपको सालों बाद देखा हो! 🤔

असल में, यह सिर्फ भावना नहीं है — विज्ञान भी मानता है कि जानवर समय को हमसे अलग तरीके से महसूस करते हैं। 🧠

नीचे जानते हैं कैसे और क्यों:

1. दिमाग की अलग स्पीड से प्रोसेसिंग

हर जानवर की ब्रेन प्रोसेसिंग स्पीड अलग होती है। इसे “Temporal Resolution” कहा जाता है — यानी कोई जानवर एक पल में कितनी घटनाएं महसूस कर सकता है।

  • 🪰 मक्खी एक सेकंड में 250 बार लाइट की झिलमिलाहट देख सकती है, जबकि इंसान केवल 60–75 बार। इसीलिए जब आप मक्खी पर हाथ मारते हैं, तो उसे वह मूवमेंट स्लो मोशन में दिखता है — और वो बच निकलती है!
  • 🐶 कुत्ते और बिल्लियाँ इंसानों से तेज़ विज़ुअल प्रोसेसिंग करती हैं — इसीलिए वो जल्दी मूवमेंट पर रिएक्ट कर पाती हैं।

2. अलग-अलग बॉयोलॉजिकल क्लॉक्स

हर प्रजाति का अपना एक आंतरिक जैविक घड़ी (Biological Clock) होता है, जो उसकी नींद, एक्टिविटी, सीजनल बिहेवियर और उम्र तय करता है।

  • 🐁 चूहे जैसे छोटे जानवर बहुत तेज़ी से जीते हैं और मरते हैं — उनके लिए कुछ महीने हमारे लिए सालों के बराबर हो सकते हैं।
  • 🐢 कछुए जैसे जानवर धीमी मेटाबॉलिज्म के साथ लंबे समय तक जीते हैं — उनके लिए समय धीरे चलता है।

3. पर्यावरण और जीवनशैली का असर

किसी जानवर का टाइम परसेप्शन उसके वातावरण और ज़रूरतों पर निर्भर करता है।

  • 🦁 शिकारी जानवर (Predators) को छोटे-छोटे मूवमेंट्स को पकड़ना होता है, इसलिए उन्हें समय स्लो मोशन जैसा लगता है ताकि वो रिएक्ट कर सकें।
  • 🐇 शिकार बनने वाले जानवर (Prey animals) समय को तेजी से महसूस करते हैं, जिससे वो खतरे से जल्दी भाग सकें।

4. याददाश्त और भविष्य की सोच

कुछ जानवर भविष्य की घटनाओं का अनुमान लगा सकते हैं और अतीत को याद भी रख सकते हैं — हालांकि इंसानों जैसा नहीं।

  • 🐘 हाथी और बंदर लंबे समय तक की याददाश्त रखते हैं और भविष्य की योजना भी बना सकते हैं।
  • 🐝 मधुमक्खियाँ भी यह याद रख सकती हैं कि कौन सा फूल किस समय खिलता है।
  • 🐶 कुत्ते समय को शायद इमोशनली महसूस करते हैं — जैसे आप थोड़ी देर के लिए भी बाहर जाएं, तो उन्हें बहुत ज्यादा फर्क महसूस होता है।

साइंटिफिक रिसर्च क्या कहती है?

2013 में Animal Behaviour नाम की रिसर्च ने यह पाया कि जिन जानवरों की मेटाबॉलिज्म तेज़ होती है, वे समय को धीरे-धीरे महसूस करते हैं।
उदाहरण: Hummingbird के लिए एक सेकंड, इंसान के मुकाबले लंबा महसूस हो सकता है।

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