उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। स्योहारा थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने महज दो महीने के बेटे की हत्या करने का आरोप लगाया गया है। यह घटना सुनकर हर कोई हैरान है कि एक मां अपने मासूम बच्चे के साथ ऐसा क्रूरता भरा व्यवहार कैसे कर सकती है। आइए जानते हैं इस मामले की पूरी कहानी।
बिजनौर के स्योहारा थाना क्षेत्र में रहने वाली चांदनी ने अपने बेटे हुसैन को शनिवार रात तालाब में फेंक दिया। इसके बाद, जब परिजनों को इस बात का पता चला तो उन्होंने हुसैन को तालाब से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी जान जा चुकी थी। रविवार सुबह पुलिस को इस मामले की जानकारी मिली, जब उन्होंने ईदगाह के पास झाड़ियों में बच्चे का शव देखा।
पुलिस के अनुसार, इस मामले में कार्रवाई करते हुए उन्होंने चांदनी को हिरासत में लिया। अपर पुलिस अधीक्षक धर्म सिंह मार्छाल ने जानकारी दी कि जब चांदनी से पूछताछ की गई, तो उसने खुद स्वीकार किया कि उसने अपने बेटे को तालाब में फेंक दिया था। यह सुनकर सभी के रोंगटे खड़े हो गए।
चांदनी के पति सलीम ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। उसने बताया कि चांदनी ने उसे बताया था कि उनका बेटा घर से गायब है। इसके बाद सलीम ने तुरंत दिल्ली से बिजनौर लौटकर मामले की शिकायत पुलिस को की। जब सलीम ने अपने बच्चे का शव देखा, तो उसकी दुनिया ही बर्बाद हो गई।
सलीम ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी चांदनी ही हुसैन की हत्या की जिम्मेदार है। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज करते हुए चांदनी को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस इस मामले में गहन पूछताछ कर रही है ताकि पता लगाया जा सके कि चांदनी ने अपने बेटे के साथ ऐसा क्यों किया।
इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। लोग हैरान हैं कि कैसे एक मां अपने बच्चे को इस तरह से नुकसान पहुँचा सकती है। परिवार वाले और आस-पास के लोग इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं कि चांदनी ने अपने बच्चे के साथ ऐसा क्यों किया।
एक मां की ऐसी करतूत समाज में कई सवाल खड़े करती है। क्या वह मानसिक तनाव में थी? या फिर उसके परिवार में कोई और समस्या थी? ये ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब ढूंढना जरूरी है। लोग इस घटना को लेकर पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि कुछ लोगों के दिल में मानवता की कमी होती जा रही है। एक मां का फर्ज है अपने बच्चे की सुरक्षा करना, लेकिन चांदनी ने जो किया, वह मानवता के खिलाफ है। अब यह देखना है कि पुलिस चांदनी के कारणों का पता लगाती है या नहीं, और समाज इसे किस तरह से अपने जीवन में शामिल करता ह
यह मामला हमें यह भी सिखाता है कि हमें अपने आसपास के लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए, ताकि हम ऐसे मामलों को रोक सकें।