जब आपको लगता है कि आप मैच जीतने जा रहे हैं और फिर अचानक सब कुछ पलट जाता है, तो यही होता है जब आप 46 रन पर ऑलआउट हो जाते हैं। जी हां, भारत की पहली पारी में प्रदर्शन ने दर्शकों के दिलों पर गहरा घाव किया और सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ ला दी। भारत के बल्लेबाजों ने पूरी टीम को गहरे कुएं में धकेल दिया, जब पूरी टीम महज 46 रन पर धराशायी हो गई। इसके बाद से ही ट्विटर पर #46allout ट्रेंड करने लगा और लोग कहने लगे – “ये इंडिया है या जीमेल, हर ओवर में नए पासवर्ड मांग रहा था।
पहली पारी में भारत के बल्लेबाजों ने ऐसा प्रदर्शन किया जिसे देख फैंस को क्रिकेट छोड़कर ‘टेट्रिस’ खेलने का मन करने लगा। न्यूज़ीलैंड के गेंदबाजों ने भारतीय टीम की ऐसी धज्जियां उड़ाईं जैसे सुबह की कड़क चाय के साथ बिस्किट। सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते दिखे, कुछ ने कहा, “भारत के बल्लेबाजों का आज का स्ट्राइक रेट देखकर लग रहा है कि मानो वो ‘काम जल्दी खत्म करो’ वाले मोड में थे।
न्यूज़ीलैंड की टीम ने जब भारतीय टीम को 46 रन पर समेटा, तो सबके मन में सवाल था कि अब न्यूज़ीलैंड की बारी है। लेकिन क्या करें, न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाजों ने इंडिया के बॉलर्स को मानो नेट प्रैक्टिस कराई। रचिन रवींद्र ने 134 रन की शानदार पारी खेलकर भारतीय गेंदबाजों को एकतरफा कर दिया। वहीं, टिम साउथी ने 65 रन जोड़कर इस पारी को और भी मजबूत कर दिया। कुल मिलाकर, न्यूज़ीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन का पहाड़ खड़ा कर दिया।
जिस तरह पहली पारी में भारत ने अपने फैंस को मायूस किया था, उसी तरह दूसरी पारी में धमाकेदार वापसी करके उम्मीद की किरण जगाई। सरफराज खान और ऋषभ पंत ने बल्ले से आग उगलते हुए 177 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी ने न सिर्फ भारत को मैच में वापसी कराई, बल्कि फैंस को यकीन दिलाया कि “शेर अभी ज़िंदा है।
सरफराज के 150 रन और पंत के 99 रन की शानदार पारी ने मैच को रोचक बना दिया, लेकिन जैसे ही नई गेंद आई, भारत के विकेट मानो परियों की तरह उड़ने लगे। इंडिया ने दूसरी पारी में 462 रन बनाए, लेकिन खेल की बागडोर न्यूज़ीलैंड के हाथ में ही रही।
न्यूज़ीलैंड की टीम को जीत के लिए महज 107 रन चाहिए थे, और उन्होंने धैर्य से खेलते हुए महज 2 विकेट खोकर ये लक्ष्य हासिल कर लिया। टॉम लैथम और विल यंग की सूझबूझ भरी बल्लेबाजी ने भारत के बॉलर्स की मेहनत पर पानी फेर दिया।
कमेंट्री के दौरान सलमान बट्ट ने भी मजेदार टिप्पणी की, “भारतीय गेंदबाजों को जैसे गेंदबाजी की दिशा और दिशा भूल गई थी। यह शायद भारतीय क्रिकेट के लिए वो पल था जब हर ओवर के बाद गेंदबाज एक नई स्क्रिप्ट लेकर आते थे।”
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पहली पारी के बाद ट्विटर पर मीम्स की बाढ़ आ गई थी। एक यूजर ने लिखा, “इंडियन क्रिकेट टीम और जीमेल में यही फर्क है – जीमेल हर ओवर में नया पासवर्ड मांगता है, लेकिन टीम इंडिया हर ओवर में नया बहाना देती है।”
दूसरे ने कहा, “भारत की बैटिंग देखी, और लगा कि बल्ला नहीं, बल्कि पेंचकस से क्रिकेट खेल रहे थे।” कई यूजर्स ने राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा को निशाने पर लेते हुए कहा, “प्लान A, B, C सब फेल – अब प्लान ‘घंटा’ चलाना पड़ेगा।”
हालांकि, हार के बावजूद भारतीय क्रिकेट फैंस ने न्यूज़ीलैंड की टीम की जीत को सराहा। आखिरकार, 36 साल बाद न्यूज़ीलैंड ने भारत की धरती पर टेस्ट मैच जीता था। फैंस ने कहा, “जीत चाहे किसी की भी हो, क्रिकेट का रोमांच ही असली मज़ा है।
भारत की हार ने भले ही फैंस को मायूस किया हो, लेकिन क्रिकेट का यही मज़ा है। हर हार एक सीख होती है और उम्मीद है कि अगली पारी में टीम इंडिया एक बार फिर से अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी।